योगेंद्र यादव गलत हैं. एसपी सिंह का ‘आजतक’ कभी भी जातिगत विविधता की सटीक तस्वीर नहीं था

 

आजतक न्यूज़ रूम में मुख्य रूप से गैर-ब्राह्मण सवर्ण व्यक्ति शामिल थे. और मृणाल पांडे की प्रशंसा चयनात्मक है साथ ही यह कई जटिल प्रश्नों की जवाब ढूंढती है.

Comments

Popular posts from this blog

एस पी की याद में

Surendra Pratap Singh

एसपी सिंह के बाद की टीवी पत्रकारिता