सुरेंद्र प्रताप सिंह: अखब़ार, टेलीविजन और फिल्मी पर्दे तक हाशिए पर पड़े लोगों का पत्रकार

 

सांप्रदायिक मुद्दे हों, अंधविश्वास पर चोट करना हो या समाज के हाशिए के तबके पर पड़े लोगों के सवाल हों, एसपी ने इन बारीक और समाज के भीतर जम चुकी समस्याओं को अपनी लेखनी और प्रस्तुति के जरिए दुनिया के सामने रख दिया.

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